हरियाणा रोडवेज के कर्मचारियों ने अपनी मांगों खासकर भाजपा सरकार द्वारा 700 प्राइवेट बसें चलाये जाने के खिलाफ हड़ताल कर रखी है जो पिछले 6 दिनों से जारी है। हड़तालें पहले भी होती रही हैं। इतनी हड़तालें तो पिछली कांग्रेस सरकार के दौरान भी नहीं हुईं।
समाचारपत्रों में सरकार हड़ताल को असफल बता रही है और अपनी पीठ थपथपा रही है। एंबुलेंस चलाने वाले को ड्राइवर बना दिया गया। दिल्ली-चंडीगढ़ रूट पर एक भी रोडवेज की बस न चलना हड़ताल की सफलता का प्रमाण है। सरकार चाहे जो भी कहे, जनता परेशान है और चुनाव पास हैं।
समाचारपत्रों में सरकार हड़ताल को असफल बता रही है और अपनी पीठ थपथपा रही है। एंबुलेंस चलाने वाले को ड्राइवर बना दिया गया। दिल्ली-चंडीगढ़ रूट पर एक भी रोडवेज की बस न चलना हड़ताल की सफलता का प्रमाण है। सरकार चाहे जो भी कहे, जनता परेशान है और चुनाव पास हैं।