इसमें कोई संदेह नहीं है कि आज दुनिया भारतीय गणितज्ञों द्वारा किए गए योगदान के लिए बहुत ऋणी है। भारतीय गणितज्ञों ने अपने कई मूल्यवान अविष्कारों से पूरी दुनिया में भारत के नाम का परचम फहराया है। उनके द्वारा किए गए सबसे महत्वपूर्ण योगदान में से एक दशमलव प्रणाली का परिचय और शून्य का आविष्कार था। यहां कुछ प्रसिद्ध भारतीय गणितज्ञ हैं जो सिंधु घाटी सभ्यता और वेदकाल से आधुनिक काल तक गणित को अपना सर्वस्व मानकर इस क्षेत्र को आधुनिक युग तक का सबसे श्रेष्ठ विषय बना दिया ।
आइये जानते है इन महान भारतीय गणितज्ञों के बारे में
1. आर्यभट्ट
इन्होने कहा था कि पृथ्वी प्रतिदिन अपनी ही धुरी पर घूमती है ना कि सूरज उन्होंने वैज्ञानिक रुप से सूर्य और चंद्र ग्रहणों की अवधारणा को समझाया था आर्यभट्ट प्रथम ने द्विघात समीकरण, त्रिकोणमिति, साइन सारणी, कोसाइन सारणी, वरसाइन सारणी, गोलीय त्रिकोणमिति, खगोलीय स्थिरांक, अंकगणित, बीजगणित आदि हमें दिए हैं
2. पिंगला
पिंगला भी महान गणितज्ञों में एक हैं उन्होंने संस्कृत में छंद शास्त्र लिखा था बाइनोमियल थियोरम यानि द्विपद प्रमेय के ज्ञान के बिना ही उन्होंने पास्कल त्रिकोण समझाया था
पिंगला भी महान गणितज्ञों में एक हैं उन्होंने संस्कृत में छंद शास्त्र लिखा था बाइनोमियल थियोरम यानि द्विपद प्रमेय के ज्ञान के बिना ही उन्होंने पास्कल त्रिकोण समझाया था
3. कात्यायन
कात्यायन वैदिक काल के आखरी गणितज्ञ थे और उन्होंने कात्यायन सुलभ सूत्र लिखा था उन्होंने 2 के वर्ग मूल की पांच सही दशमलव स्थानों से गणना समझाई थी उन्होंने ज्यामिति और पाइथागोरस सिद्धांत में उल्लेखनीय योगदान दिया
कात्यायन वैदिक काल के आखरी गणितज्ञ थे और उन्होंने कात्यायन सुलभ सूत्र लिखा था उन्होंने 2 के वर्ग मूल की पांच सही दशमलव स्थानों से गणना समझाई थी उन्होंने ज्यामिति और पाइथागोरस सिद्धांत में उल्लेखनीय योगदान दिया
4. जयदेव
नौवीं शताब्दी के इस मशहूर गणितज्ञ ने चक्रीय विधि विकसित की जिसे ‘चक्रवला’ के रुप में जाना जाता है
नौवीं शताब्दी के इस मशहूर गणितज्ञ ने चक्रीय विधि विकसित की जिसे ‘चक्रवला’ के रुप में जाना जाता है
5. महावीरा
इस दक्षिण भारतीय गणितज्ञ ने द्विघात और घन समीकरणों को हल करने की दिशा में बहुत योगदान दिया
इस दक्षिण भारतीय गणितज्ञ ने द्विघात और घन समीकरणों को हल करने की दिशा में बहुत योगदान दिया
6. ब्रह्मगुप्त
उन्होंने ब्रम्हगुप्त प्रमेय और ब्रम्हगुप्त सूत्र दिया जिस पर लोकप्रिय हेरन सूत्र आधारित है ब्रम्हगुप्त ने गुणा के चार तरीके भी दिए थे
उन्होंने ब्रम्हगुप्त प्रमेय और ब्रम्हगुप्त सूत्र दिया जिस पर लोकप्रिय हेरन सूत्र आधारित है ब्रम्हगुप्त ने गुणा के चार तरीके भी दिए थे
7. भास्कर प्रथम
यह भारत के पहले गणितज्ञ थे जिन्होंने संख्या को दशमलव के रुप में हिंदू और अरबी शैली में लिखा था
8. भास्कराचार्य
भास्कराचार्य ने ही बताया था कि अगर किसी संख्या को शून्य से भाग दिया जाये तो परिणाम अन्नत होता है साथ ही उन्होंने शून्य, क्रमचय और संयोजन और सर्डस के बारे में समझाया था
भास्कराचार्य ने ही बताया था कि अगर किसी संख्या को शून्य से भाग दिया जाये तो परिणाम अन्नत होता है साथ ही उन्होंने शून्य, क्रमचय और संयोजन और सर्डस के बारे में समझाया था
9. एस रामानुजन
ये आधुनिक भारत के बहुत प्रसिद्ध गणितज्ञ हैं गणित में पाई के अध्ययन का तरीका उनका बहुत बड़ा योगदान है
ये आधुनिक भारत के बहुत प्रसिद्ध गणितज्ञ हैं गणित में पाई के अध्ययन का तरीका उनका बहुत बड़ा योगदान है
10. श्रीधराचार्य
श्री धराचार्य प्राचीन भारत के एक महान गणितज्ञ थे इन्होंने शून्य की व्याख्या की तथा द्विघात समीकरण को हल करने सम्बन्धी सूत्र का प्रतिपादन किया
श्री धराचार्य प्राचीन भारत के एक महान गणितज्ञ थे इन्होंने शून्य की व्याख्या की तथा द्विघात समीकरण को हल करने सम्बन्धी सूत्र का प्रतिपादन किया