भारत एक ऐसा देश है जहां अधिकतर लोग गांवों में बसते है। गांवों में ही उनकी भूमि और गांवों में ही उनका रोजगार होता है। उनके अपने कानून होते है जिसके लिए वो पंचायत का गठन करते है। आज भी ग्रामीण समाज ज्यादातर निर्णय गांव की पंचायत द्वारा लिए जाते है।
इन्हीं तथ्यों को ध्यान में रखते हुए पीएम मोदी के नेतृत्व में बाबा साहब डॉ.भीमराव अम्बेडकर की 125 वीं जयंती के मौके ‘ग्राम उदय से भारत उदय’ अभियान की घोषणा की गई थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह घोषणा मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में बसे मऊ जिले से हज़ारो लोगों को संबोधित करते हुए की थी।
ग्राम उदय से भारत उदय अभियान
14 अप्रैल 2016 को डॉ. भीमराव अंबेडकर की 125 वीं जयंती पर पीएम मोदी ने बाबा साहब की उपलब्धियों को सहराते हुए ग्राम उदय से भारत उदय की घोषणा की थी। ये एक अभियान है जिसके तहत गांवो को सुदृढ़ बनाना है। इस अभियान को 14 अप्रैल से लेकर 24 अप्रैल 2016 तक चलाया गया था। जिसके अंतर्गत केंद्र सरकार द्वारा राज्यों और पंचायतों के सहयोग से ग्रामोदय से ‘भारत उदय अभियान’ का आयोजन किया गया था।
अभियान का लक्ष्य
- समस्त गांवों में पंचायती राज व्यवस्था को सुदृढ़ करना
- सामाजिक सद्भाव बढ़ाने में अहम भूमिका निभाना
- ग्रामीण विकास को बढ़ावा देना
- किसानों की प्रगति और गरीब लोगों की जीविका के लिए राष्ट्रव्यापी प्रयास करना है।
- स्थानीय आर्थिक विकास के लिए ग्राम पंचायत विकास योजनाएं।
- पंचायती राज संस्थाओं को प्रदाय राशि का ठीक उपयोग हेतु उपलब्ध निधियां