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पासपोर्ट कितने प्रकार के होते हैं आइये जानते हैं

 "Passport कितने प्रकार होते हैं" आर्टिकल में आपका हार्दिक स्वागत हैं।  आज हम आपसे पासपोर्ट की बहुत बहुमूल्य जानकारी आपसे शेयर करेंगे और आपको बताएंगे कि भारत मे पासपोर्ट कितने प्रकार के होते हैं तो चलिए फ्रेंड्स बिना टाइम गवाय सीधे अपने टॉपिक पर बात करते हैं।

क्या आपको पता हैं भारत मे कितने Type के पासपोर्ट बनते हैं। अगर नही पता तो में आपको बताता हूं। भारत मे 3 प्रकार के पासपोर्ट बनाये जाते हैं। इन तीनो पासपोर्ट को अलग से Identifying करने के लिए इनको 3 रंगों में बाटा गया है।

No.1 "नीला"
No.2 "सफेद"
No.3 "महरून"


इन तीनो पासपोर्ट का अलग अलग महत्व होता है। विदेश जाने के अलावा यह आपकी एक identity Card के रूप में भी काम करता हैं। पासपोर्ट को अबतक की सबसे बड़ी आइडेंटिटी कार्ड के रूप में इसको माना जाता हैं। तो चलिए अब हम आपको बताते हैं कि इन तीनो रंगों का क्या क्या महत्व होता हैं।


No.1 "नीला पासपोर्ट का महत्व क्या हैं"

नीला रंग का पासपोर्ट भारतीय आम नागरिक की नागरिकता की बहुत बड़ी पहचान हैं और पासपोर्ट का नीला रंग भारतीयता को दर्शाता है। नीले रंग का पासपोर्ट साधारण लोगो के लिए बनवाया जाता हैं। नीले रंग का पासपोर्ट इसलिए नीले रंग का बनवाया जाता हैं ताकि विदेश में सुरक्षा के लिहाज से आपकी पहचान की जा सके ताकि अधिकारियों को जांच करने में कोई परेशानी ना आये। इसलिए आम नागरिक के लिए नीला पासपोर्ट बनाया जाता हैं। पासपोर्ट में आपकी फॉटो , हस्ताक्षर , पता और आपका मोबाइल नंबर जैसी जानकारी पासपोर्ट पर दी गई होती हैं। पासपोर्ट बनने के बाद आप विदेश का वीजा लगवाकर दुनिया मे कही भी जा सकते हैं।



No.2 "सफेद रंग के पासपोर्ट का महत्व"


सफेद रंग का पासपोर्ट नीले रंग से एकदम अलग होता है। सफेद रंग का पासपोर्ट एक आम आदमी जो सरकारी विभाग में काम करता है और सरकारी काम के लिए विदेश जाता है तो यह सफेद पासपोर्ट बनता हैं। सरकारी काम से विदेश जाना और आना सफेद पासपोर्ट सरकारी अधिकारी के काम को दर्शाता है। विदेश में सुरक्षा कर्मियों को भी जांच करने में कोई मुश्किल नही होती हैं पासपोर्ट के सफेद रंग से पता चल जाता है कि यह किसी देश का सरकारी अधिकारी हैं और यह सरकारी काम के लिए यहां आया हैं। सरकारी पासपोर्ट बनवाने के लिए एक अलग से एप्लीकेशन बनवानी पड़ती हैं। जिसके बाद वेरफिकेशन होता है फिर इसके बाद सफेद रंग का पासपोर्ट आपका बन जाता हैं।


No.3 "महरून रंग के पासपोर्ट का क्या महत्व है"


अब बात की जाय तीसरे पासपोर्ट यानी कि महरून पासपोर्ट की तो हम आपको बता दे कि इस पासपोर्ट को राजनयिक पासपोर्ट से भी जाना जाता हैं यह पासपोर्ट सरकार के उच्च अधिकारियों को जारी करवाया जाता हैं। इस पासपोर्ट की एक खास विशेष पहचान यह हैं कि इस पासपोर्ट में किसी भी प्रकार का वीजा नही लगता हैं। महरून रंग के पासपोर्ट से सरकार के उच्च अधिकारी बिना वीजा के विदेश आने जाने की पावर रखते हैं और इस पासपोर्ट के कारण उन लोगों को सामान्य लोगों से जल्दी ही इमीग्रेशन मिल जाता है। यह भारतीय राजनीतिक और सीनियर सरकारी अधिकारी जैसे IPS और IAAS जैसे उच्च अधिकारियों को महरून रंग का पासपोर्ट जारी किया जाता है।


पासपोर्ट कैसे बनवाये


भारतीय सरकार ने पासपोर्ट बनवाने हेतु Online Portal पिछले कुछ सालों से चालू कर दिया है। पासपोर्ट बनवाने के लिए आप किसी दलाल से संपर्क ना करे वो आपसे जरूरत से ज्यादा पैसे Pay कर लेगा। पासपोर्ट बनवाने के लिए आप भारतीय पासपोर्ट वेबसाइट पर जा सकते हैं। पासपोर्ट बनवाने के लिए आपको 1500 रुपये का फ़ाइल चार्ज देना होगा। और आपका पासपोर्ट 30 दिन के अंदर आपके एड्रेस पर आ जाएगा अगर आप अपना पासपोर्ट तत्काल में बनवाना चाहते हैं मतलब की आप अपना पासपोर्ट 7 दिन के अंदर बनवा सकते हैं तत्काल पासपोर्ट के लिए आपको 3500 रुपये Pay करने होंगे और आपका पासपोर्ट 1 वीक के अंदर आपके पास आ जाएगा।



पासपोर्ट कितने पेज का बनता है


भारत मे पासपोर्ट 36 पेज और 60 पेज का बनता हैं। 36 पेज वाला पासपोर्ट बच्चों के लिए बनता हैं यह पासपोर्ट 18 साल से कम आयु वाले बच्चे के लिए बनता हैं। और 60 पेज वाला पासपोर्ट 18 साल से ऊपर के आदमी के लिए बनाया जाता हैं।