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भारत के त्यौहार // Festivals of India

हिन्दू त्यौहार

पूरी दुनिया में हिन्दू धर्म के लोगों द्वारा ढ़ेर सारे सांस्कृतिक और पारंपरिक उत्सव मनाये जाते हैं। हिन्दू धर्म को पूरे विश्व के सबसे प्राचीन संगठित धर्म के रुप में माना जाता है साथ ही साथ इसे दुनिया के तीसरे सबसे बड़े धर्म के रुप में भी गिना जाता है। हर हिन्दू त्योहार को मनाने की अपनी खास पद्धति है, देवी-देवताओं को गंगाजल चढ़ाना, व्रत रखना, जल्दी सुबह गंगाजल से स्नान करना, दान करना, कथा सुनना, होम, आरती आदि बहुत कुछ जिसके द्वारा पूजा की क्रिया संपन्न होती है। बिना किसी जाति, उम्र, और लिंग की परवाह किये हिन्दू धर्म के सभी लोग अपना त्योहार मिल-जुलकर मनाते हैं।
हिन्दू त्योहारों की तारीख को हिन्दू कैलेंडर की तारीखों के अनुसार तय किया जाता है, चन्द्र संबंधी कैलेंडर जो कि पूरे साल सूर्य और चन्द्रमा की चाल पर निर्भर करता है। ऐतिहासिक पौराणिक कथाओं के रुप में कुछ हिन्दू पर्वों को मनाया जाता है, कुछ मौसम के बदलने पर और कुछ पर्यावरण को स्वच्छ रखने के लिए। कुछ त्योंहारों को तो खास संप्रदाय के लोग या भारतीय उपमहाद्वीप में ही मनाते हैं।
कई सारे प्राचीन और पवित्र धार्मिक मूलग्रंथों (भगवत गीता, महाभारत, और रामायण, ऋगवेद, सामवेद, यजुर्वेद, अथर्ववेद ) हिन्दू देवी आदि की वजह से हिन्दू धर्म में बहुत सारी मान्यताएँ हैं। हिन्दू धर्म में देवी-देवताओं के जन्म और मरण के दिन को भी बहुत उत्साह के साथ मनाया जाता है जैसे नृत्य, गीत आदि से।

हिन्दू त्यौहार
लोहड़ी (Lohri)
1
मकर संक्रांति (Makar Sankranti)
2
पोंगल (Pongal)
3
वसंत पंचमी (Vasant Panchami)
4
थाईपुसम (Thaipusam)
5
महाशिवरात्रि (Maha Shivaratri)
6
होलिका दहन (Holika Dahan)
7
होली (Holi)
8
चैत्र नवरात्रि (Chaitra Navaratri)
9
ऊगड़ी/तेलुगू नया साल (Ugadi)
10
गंगौर पर्व (Gangaur Parv)
11
मेवाड़ पर्व (Mewar festival)
12
राम नवमी (Ram Navami)
13
महावीर जयंती (Mahavir Jayanti)
14
हनुमान जयंती (Hanuman Jayanti)
15
रथयात्रा (Ratha-Yatra)
16
गुरु पूर्णिमा (Guru Purnima)
17
ओनम (Onam)
18
रक्षा बंधन (Raksha Bandhan)
19
कुंभ मेला (Kumbh Mela)
20
जन्माष्टमी (Janmashtami)
21
रामलीला (Ramlila)
22
गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi)
23
ब्रह्मोत्सव (Brahma Utsav)
24
पितृ पक्ष (Pitru Paksha)
25
रामबारात (Rambarat)
26
नवरात्र (Navaratri)
27
दशहरा (Dussehra)
28
महाऋषि वाल्मिकी जयंती (Valmiki Jayanti)
29
करवा चौथ (Karwa Chauth)
30
देव उथानी एकादशी (Dev Uthani Ekadashi)
31
धनतेरस (Dhanteras)
32
दिवाली (Diwali)
33
गोवर्धन पूजा (Govardhan Puja)
34
भाई दूज (Bhai Dooj)
35
छठ पूजा (Chhath Puja)
36



मुस्लिम त्यौहार

पूरे विश्व में अपने सभी इस्लामिक पर्वों को मुस्लिम धर्म के सभी लोग पूरे उत्साह के साथ मनाते हैं। इनके कई सारे धार्मिक पर्व है जो वो अपने इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार पूरे जुनून और समर्पण के साथ मनाते हैं। कुछ महत्वपूर्ण इस्लामिक पर्व रमजान (रामादान), ईद-ए-मिलाद, मुहर्रम, बकरीद आदि हैं जिसे वो खास तरीके से मस्जिदों में दुआ माँग कर, दावत देकर और एक-दूसरे को बधाई देकर मनाते हैं।
वो अपने घरों को रात में रंग-बिरंगे प्रकाशों और दूसरी चीजों से सजाते हैं और पूरी रात एक-दूसरे के साथ मिलकर मनाते हैं। कुछ इस्लामिक पर्वों को राष्ट्रीय अवकाश के रुप में घोषित किया गया है जिस दौरान शिक्षण संस्थानों, सरकारी कार्यालयों और दूसरे काम करने की जगहों पर छुट्टी रहती है। 7वें दशक के लगभग मुहम्मद साहब द्वारा इस्लाम को स्थापित किया गया जो कि पूरे दुनिया का दूसरा बड़ा धर्म बन चुका है। इस्लाम के पास पाँच महत्वपूर्ण स्तंभ है जैसे “शहदाह (भरोसा), सलाअ (प्राथर्ना), ज़काह (दान), रोजा (व्रत) और हज़ (तीर्थस्थान)”।


मुस्लिम त्यौहार
बारावफात (Barawafat)
मिलाद-उन-नबी (Milad un Nabi)
ज़ियारवाहिन शरीफ
हज़रत अली का जन्मदिन (Hazarat Ali's Birthday)
शब-ए-मिराज़ (Shab e-Meraj)
शब-ए-बारात (Shab-e-Barat)
जमात-उल-विदा (Jamat Ul-Vida)
ईद-उल-फितर (रमजान ईद) (Eid al-Fitr OR Ramadan)
ईद-उल-जुहा (बकरीद या ईद-उल-अदा)
(Eid al-Adha OR Bakrid)
मुहर्रम (Muharram)

सिक्ख त्यौहार

जैसा कि भारत को बहुधर्मी, सांस्कृतिक, और पारंपरिक देश के रुप में देखा जाता है, इसीलिए इसको विविधता में एकता के लिए भी जाना जाता है। सिक्ख धर्म के लोगों के पास बहुत सारे अलग-अलग रीति-रिवाज के उत्सव होते हैं, जिन्हें वो पूरी दिलेरी और मस्ती के साथ मनाते हैं। वो अपने दस सिक्ख गुरुओं के जीवन और उनकी दी गयी सीखों (पाठों) को याद करते हैं। कुछ हिन्दू त्योहारों को अलग कारणों की वजह से सिक्खों द्वारा मनाया जाता है।
सिख धर्म में सभी उत्सवों पर पूजा-पाठ करने की विधि, पवित्र किताब जिसे “गुरुग्रंथ साहिब” कहा जाता है में निर्देशित है, जिसे पहली बार सिक्ख गुरु, गुरु नानक द्वारा संकलित किया गया था और बाद में सिक्ख गुरु, गुरु अर्जुन ने संपादित किया। सिख धर्म का गुरु ग्रन्थ लोगों के बीच देवताओं की जगह रखता है और किसी भी सिख त्योहार को मनाते समय वे इसे पालकी में रखकर सार्वजनिक जूलुस (बारात) के साथ बाहर ले जाते हैं। ये भगवान से जुड़ने के लिए और अपने उत्सव को मनाने के दौरान गुरुबानी गाना, पवित्र गीत, पवित्र किताबों को पढ़ना और धार्मिक गीत-संगीत करते हैं।
सिक्ख पर्व
गुरुगोविन्द सिंह जयंती (Guru Gobind Singh Jayanti)
लोहरी (Lohri)
होल्ला मोहल्ला (Hola Mohalla)
सोदल मेला (Sodal Mela)
गुरुरामदास जी जयंती (Guru Ramdas Ji Jayanti)
गुरुनानक जयंती (Guru Nanak Jayanti)
गुरु पूरब (Guru Purab)
गुरुग्रंथ साहिब की स्थापना

ईसाई पर्व

विभिन्न धर्मों के लोगों द्वारा रंग-बिरंगे उत्सवों को मनाने के कारण भारत विभिन्न संस्कृतियों और जातियता की भूमि के रुप में है । ईसाई धर्म के लोग क्रिसमस, ईस्टर, गुड फ्राई-डे जैसे आदि त्योहार मजे से भरपूर क्रियाओं और बहुत उत्साह के साथ मनाते हैं। दूसरे धर्म के लोग भी क्रिसमस मनाते हैं जो भारत में विविधता में एकता की निशानी है।
भारत में बहुत सारी प्रसिद्ध जगह हैं जहाँ पर ईसाई त्योहारों को मनाया जाता है जैसे गोवा जहाँ सबसे पुरानी और सुंदर चर्च मौजूद है। वो दावत देते हैं, प्रार्थना करते हैं और उनके उत्सव मनाने के दौरान जुलूस निकाला जाता है।

ईसाई पर्व
गुड फ्राइडे (Good Friday)
ईस्टर (Easter)
क्रिसमस (Christmas)
ईसाई पर्व
गुड फ्राइडे (Good Friday)
ईस्टर (Easter)
क्रिसमस (Christmas)
ईसाई पर्व