निजी स्कूलों में बढ़ाई गई फीस के विरोध में अभिभावकों ने शुक्रवार को शहर में जुलूस निकालते हुए प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी अभिभावकों ने काठमंडी रोड से होते हुए स्कूल प्रबंधकों द्वारा मनमानी करने का आरोप लगाते हुए डीसी कार्यालय तक प्रदर्शन किया। बाद में एसडीएम जितेन्द्र कुमार को ज्ञापन सौंपा और अपील की, कि बढ़ाई गई फीस को तत्काल प्रभाव से वापस करवाया जाए। एसडीएम ने मामले की जांच करवाने का आश्वासन दिया और खुद भी अभिभावक होते हुए इसे अपनी भी परेशानी बताया।
हरियाणा अभिभावक मंच के राज्य सचिव राजीव वर्मा ने कहा कि यदि सोमवार तक कोई सकारात्मक पहल नहीं हुई तो अभिभावकों को एक बार फिर प्रदर्शन को मजबूर होना पड़ेगा, जिसमें इस बार स्कूल के बाहर धरना दिया जाएगा। काठमंडी रोड स्थित संस्था के स्कूल स्थित कई स्कूलों ने फीस वृद्धि की है।
इन मांगों को लेकर अभिभावकों ने किया प्रदर्शन : अभिभावक पुनीत सिंगला ने कहा कि फीस को डबल कर दिया गया है, ऐसे में एक आम अभिभावक कैसे बच्चों को शिक्षित करेगा, एडवोकेट प्रवीन नागर ने कहा कि इस प्रकार की मनमानी को लेकर शिक्षा विभाग की ओर से कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। अभिभावक पिंटो चौहान, आशीष, रीटा, पूजा, टाइगर, रूपेश, योगेश आदि ने प्रशासन से इस व्यवस्था पर रोक लगाने की मांग की।
134 ए के तहत निजी स्कूलों में अभी तक आए 120 आवेदन
सोनीपत . फीस वृद्धि के विरोध एसडीएम को ज्ञापन देते अभिभावक।
बड़ा सवाल यह, कहां गया फार्म छह
शिक्षा विभाग की ओर से सभी स्कूलों के लिए अनिवार्य किया गया फार्म 6 कहां है, जिसमें निजी स्कूलों को अपनी आय-व्यय का ब्योरा देने के साथ ही फीस बढ़ोतरी के कारण बताने थे, उसके बाद विभाग को तय करना था कि कैसे और कितनी फीस बढ़ोतरी की जानी है, लेकिन मौजूदा स्थिति से स्पष्ट है कि स्कूलों ने फार्म 6 को लेकर कितनी गंभीरता दिखाई है।
साइट स्लो हुई तो क्या मैं अपने स्तर पर बना रहा हूं प्रमाण-पत्र : इस मौके पर काफी अभिभावक इस बाबत परेशान थे कि नियम 134ए के तहत आवश्यक दस्तावेज के रूप में राजस्व विभाग की आयकर प्रमाण-पत्र वाली वेबसाइट काम नहीं कर रही है, जिस कारण वे आवेदन प्रक्रिया का हिस्सा नहीं बन पा रहे हैं। इस पर तहसीलदार हितेन्द्र शर्मा ने कहा कि वे कार्यालय से मैनुअल प्रमाण-पत्र बना देंगे।
एसडीएम बोले-जो तुम्हारा दर्द मेरा भी वह दर्द
प्रदर्शनकारी अभिभावकों ने जब एसडीएम से कहा कि स्कूल प्रबंधकों ने वार्षिक फीस के बजाए फीस तो तीन गुणा तक बढ़ा दी है और तीन महीने की फीस को भी एक साथ मांगा जा रहा है। वे परेशान हैं, जिस पर एसडीएम जितेन्द्र सिंह बोले-इस परेशानी से वे भी दूर नहीं है, जो तुम्हारा दर्द है मैं भी इस तकलीफ से गुजर रहा हूं। स्कूल संचालकों को बुलाकर बात की जाएगी, किसी के साथ नाजायज नहीं होगा।
Rs.2 लाख तक आय वाले परिवार नि:शुल्क पढ़ाई को करें आवेदन
शिक्षा विभाग के नियम 134ए के तहत निजी स्कूलों में तय सीटों पर वे परिवार अपने बच्चे निशुल्क शिक्षा दिला सकते हैं जिनकी आमदनी 2 लाख रुपए तक सालाना है। इसके लिए शिक्षा विभाग ने आवेदन मांगे हैं। अभी तक 120 ही आवेदन आए हैं तथा अब 11 दिन ही शेष रह गए हैं, पिछले साल करीब साढ़े पांच हजार अभिभावकों ने आवेदन किया था। अभिभावकों का कहना है कि रिहायशी प्रमाण-पत्र एवं आयकर प्रमाण-पत्र को लेकर हासिल करने में मशक्कत करनी पड़ रही है। वहीं कुछ स्कूल भी टीसी प्रदान करने में आनाकानी कर रहे हैं, जिससे आवेदन की रफ्तार अभी धीमी है।
हरियाणा अभिभावक मंच के राज्य सचिव राजीव वर्मा ने कहा कि यदि सोमवार तक कोई सकारात्मक पहल नहीं हुई तो अभिभावकों को एक बार फिर प्रदर्शन को मजबूर होना पड़ेगा, जिसमें इस बार स्कूल के बाहर धरना दिया जाएगा। काठमंडी रोड स्थित संस्था के स्कूल स्थित कई स्कूलों ने फीस वृद्धि की है।
इन मांगों को लेकर अभिभावकों ने किया प्रदर्शन : अभिभावक पुनीत सिंगला ने कहा कि फीस को डबल कर दिया गया है, ऐसे में एक आम अभिभावक कैसे बच्चों को शिक्षित करेगा, एडवोकेट प्रवीन नागर ने कहा कि इस प्रकार की मनमानी को लेकर शिक्षा विभाग की ओर से कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। अभिभावक पिंटो चौहान, आशीष, रीटा, पूजा, टाइगर, रूपेश, योगेश आदि ने प्रशासन से इस व्यवस्था पर रोक लगाने की मांग की।
134 ए के तहत निजी स्कूलों में अभी तक आए 120 आवेदन
सोनीपत . फीस वृद्धि के विरोध एसडीएम को ज्ञापन देते अभिभावक।
बड़ा सवाल यह, कहां गया फार्म छह
शिक्षा विभाग की ओर से सभी स्कूलों के लिए अनिवार्य किया गया फार्म 6 कहां है, जिसमें निजी स्कूलों को अपनी आय-व्यय का ब्योरा देने के साथ ही फीस बढ़ोतरी के कारण बताने थे, उसके बाद विभाग को तय करना था कि कैसे और कितनी फीस बढ़ोतरी की जानी है, लेकिन मौजूदा स्थिति से स्पष्ट है कि स्कूलों ने फार्म 6 को लेकर कितनी गंभीरता दिखाई है।
साइट स्लो हुई तो क्या मैं अपने स्तर पर बना रहा हूं प्रमाण-पत्र : इस मौके पर काफी अभिभावक इस बाबत परेशान थे कि नियम 134ए के तहत आवश्यक दस्तावेज के रूप में राजस्व विभाग की आयकर प्रमाण-पत्र वाली वेबसाइट काम नहीं कर रही है, जिस कारण वे आवेदन प्रक्रिया का हिस्सा नहीं बन पा रहे हैं। इस पर तहसीलदार हितेन्द्र शर्मा ने कहा कि वे कार्यालय से मैनुअल प्रमाण-पत्र बना देंगे।
एसडीएम बोले-जो तुम्हारा दर्द मेरा भी वह दर्द
प्रदर्शनकारी अभिभावकों ने जब एसडीएम से कहा कि स्कूल प्रबंधकों ने वार्षिक फीस के बजाए फीस तो तीन गुणा तक बढ़ा दी है और तीन महीने की फीस को भी एक साथ मांगा जा रहा है। वे परेशान हैं, जिस पर एसडीएम जितेन्द्र सिंह बोले-इस परेशानी से वे भी दूर नहीं है, जो तुम्हारा दर्द है मैं भी इस तकलीफ से गुजर रहा हूं। स्कूल संचालकों को बुलाकर बात की जाएगी, किसी के साथ नाजायज नहीं होगा।
Rs.2 लाख तक आय वाले परिवार नि:शुल्क पढ़ाई को करें आवेदन
शिक्षा विभाग के नियम 134ए के तहत निजी स्कूलों में तय सीटों पर वे परिवार अपने बच्चे निशुल्क शिक्षा दिला सकते हैं जिनकी आमदनी 2 लाख रुपए तक सालाना है। इसके लिए शिक्षा विभाग ने आवेदन मांगे हैं। अभी तक 120 ही आवेदन आए हैं तथा अब 11 दिन ही शेष रह गए हैं, पिछले साल करीब साढ़े पांच हजार अभिभावकों ने आवेदन किया था। अभिभावकों का कहना है कि रिहायशी प्रमाण-पत्र एवं आयकर प्रमाण-पत्र को लेकर हासिल करने में मशक्कत करनी पड़ रही है। वहीं कुछ स्कूल भी टीसी प्रदान करने में आनाकानी कर रहे हैं, जिससे आवेदन की रफ्तार अभी धीमी है।